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शनिवार, 7 फ़रवरी 2009

rakam padadhikari:

रा का म :पदाधिकारी - सर्व चित्रांश

मुख्य समन्वयक : त्रिलोकी प्रसाद वर्मा, राम सखी निवास, पड़ाव पोखर लेन मुजफ्फरपुर
दूरभाष: ०६२१-२२४३९९९, चलभाष: ०९४३१२३८६२३

राष्ट्रीय अध्यक्ष : अरविन्द कुमार सम्भव, २/१३९ कृष्णशीला, एस. ऍफ़. अग्रवाल फार्म जयपुर ३०२०२०
दूरभाष: ०१४१-२३९६०४६, चलभाष: ०९४१४७९६०३८

वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष : आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल', 2०४ विजय अपार्टमेन्ट, नेपिअर टाउन, जबलपुर
४८२००१ दूरभाष: ०७६१-२४१११३१, चलभाष: ०९४२५१ ८३२४४,
ई मेल: सलिल
.संजीव@जीमेल.com" target=_blank>सलिल.संजीव@जीमेल.कॉम , ब्लॉग: संजिव्सलिल.ब्लागस्पाट.कॉम , संजिव्सलिल.ब्लॉग.सीओ.इन

राष्ट्रीय महामंत्री : कुमार अनुपम, संपादक चित्रगुप्त परिवार संदेश, चित्रगुप्त समाज बिहार, खगौल मार्ग, अनीसाबाद पटना ८००००२, दूरभाष: ०६१२- २३५१९६४, चलभाष: ०९४३१४२६९९१

राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री : दिनेश कुमार माथुर, जयपुर,
दूरभाष: ०१४१_२७८२३८२, चलभाष: ०९८२९७ ५२१९२

राष्ट्रीय संगठन मंत्री: अरविन्द कुमार सिन्हा, पटना
दूरभाष: ०६१२-२६८३३३३, चलभाष: ०९४३१०७७५५५

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष :
उत्तर प्रदेश -1 : राकेश निगम, झांसी
दूरभाष: ०५१७-२४४२३१३, चलभाष: ०९४१५१ ४३४७६
उत्तर प्रदेश - 2 : चारू चन्द्र खरे, नव नक्षत्र प्रेस, कटरा, बांदा २१०००१,
दूरभाष: ०५१९२-२२४३६८, चलभाष: ९४१५१४४०४७ / ९८३८२०४०४७

मध्य प्रदेश-१: पी ऐन श्रीवास्तव, DX १०, योजना क्र ७१, सेक्टर सी, गुमाश्ता नगर, इंदौर ४५२००९, दूरभाष: ०७३१-२४८३८५४, चलभाष: ०९४२५९०००२५

छत्तीसगढ़ -1 : राजेश सक्सेना, कल्याण कोचिंग कक्षाएं, स्टेशन मार्ग, रायपुर
दूरभाष: ०७७१-२५२५५८१, चलभाष: ९८२६१ ८३२४७

छत्तीसगढ़ -2 :अरुण श्रीवास्तव 'विनीत', संपादक चित्रांश चर्चा, शान्ति कुञ्ज, २१/५८१ सिंधिया नगर, दुर्ग ४९१००२, दूरभाष: ०७८८-२२९०३३१, चलभाष: ९४२५२ ०१२५१, ई मेल: चित्रांशचर्चा चित्रन्श्चर्चा@वेबदुनिया.com" target=_blank>@वेबदुनिया.कॉम

बिहार: हरिहर प्रसाद सिन्हा,
दूरभाष: ०६१२- २६४३१५५, चलभाष:: ०९३३४२७४६९७

rajasthan : प्रो वाय ऐन माथुर, कोटा
दूरभाष: ०७४४-२५०१४७५, चलभाष: ९४६१६ ६०३३८

धर्म-आध्यात्म प्रकोष्ठ : सुरेन्द्र नाथ चित्रांशी, रतन नगर, कानपूर
दूरभाष: , चलभाष: ०९४५२५२६१८१
पत्रिका प्रकोष्ठ: कमल कान्त वर्मा , संपादक चित्रांश संदेश, रति विला, ऐफ ३१०६ राजाजीपुरम , लखनऊ २२६०१७, दूरभाष: ०५२२-२४१८१४७, चलभाष: ०९४५२६७४०१२

सामाजिक प्रकोष्ठ : रामानंद श्रीवास्तव, पटना
दूरभाष: , चलभाष: ०९३३४१ ०००८९

शिक्षा-संस्कृति प्रकोष्ठ : रनजीत सिन्हा, कटिहार दूरभाष: , चलभाष: ०९४३००

राष्ट्रीय कोशाध्यक्ष : भगवत स्वरुप कुलश्रेष्ठ , जयपुर
दूरभाष: ०१४१-२५९३१०७, चलभाष: ०९४१४७ १७९०३

शुक्रवार, 6 फ़रवरी 2009

shri chitrgupt parivar




chitrgupt ji rigved men


चित्र इद राजा राजका इदन्यके यके सरस्वतीमनु ।
पर्जन्य इव ततनद धि वर्ष्ट्या सहस्रमयुता ददत ॥ RIG VEDA 8/21/18

doha dev vandana

दोहा:
संजीव
*
निराकार पर ब्रम्ह हे!, चित्रगुप्त भगवान
हर काया में समाया, प्रभु का अंश समान
.
चित्रगुप्त परब्रम्ह हे!, रहिए सदय सदैव
ध्यान तुम्हारा कर सकूँ, तहकर सभी कुटैव
.
माता नन्दिनी-दक्षिणा, हमको दें आशीष
निभा सकें कर्तव्य निज, हम हो सकें मनीष
.
काया हैं प्रभु आप ही, माया हैं प्रभु आप
मन मंदिर होगा करें, नित्य तुम्हारा जाप
.
कंकर कंकर में  छिपा, गुप्त चित्र लें देख
ऐसी कब होगी 'सलिल', कर्मों की शुभ रेख
*     

गुरुवार, 5 फ़रवरी 2009

श्री भगवान - आचार्य संजीव 'सलिल'

भक्ति गीत
श्री भगवान
आचार्य संजीव 'सलिल'

मिटाने भक्तों का दुःख-दर्द, जगत में आते श्री भगवान्...

जब मेरे प्रभु जग में आवें, नभ से देव सुमन बरसावें।
कलम-दवात सुशोभित कर में, देते अक्षर ज्ञान
मिटाने भक्तों का दुःख-दर्द, जगत में आते श्री भगवान्...

चित्रगुप्त प्रभु शब्द-शक्ति हैं, माँ सरस्वती नाद शक्ति हैं।
ध्वनि अक्षर का मेल ऋचाएं, मन्त्र-श्लोक विज्ञान
मिटाने भक्तों का दुःख-दर्द, जगत में आते श्री भगवान्...

मातु नंदिनी आदिशक्ति हैं। माँ इरावती मोह-मुक्ति हैं.
इडा-पिंगला रिद्धि-सिद्धिवत, करती जग-उत्थान
मिटाने भक्तों का दुःख-दर्द, जगत में आते श्री भगवान्...

कण-कण में जो चित्र गुप्त है, कर्म-लेख वह चित्रगुप्त है।
कायस्थ है काया में स्थित, आत्मा महिमावान
मिटाने भक्तों का दुःख-दर्द, जगत में आते श्री भगवान्...

विधि-हरि-हर रच-पाल-मिटायें, अनहद सुन योगी तर जायें।
रमा-शारदा-शक्ति करें नित, जड़-चेतन कल्याण
मिटाने भक्तों का दुःख-दर्द, जगत में आते श्री भगवान्...

श्यामल मुखछवि, रूप सुहाना, जैसा बोना वैसा पाना।
कर्म न कोई छिपे ईश से, 'सलिल' रहे अनजान
मिटाने भक्तों का दुःख-दर्द, जगत में आते श्री भगवान्...

लोभ-मोह-विद्वेष-काम तज, करुणासागर प्रभु का नाम भज।
कर सत्कर्म 'शान्ति' पा ले, दुष्कर्म अशांति विधान
मिटाने भक्तों का दुःख-दर्द, जगत में आते श्री भगवान्...


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